शनिवार, 20 जनवरी 2018

उनकी चाहत हो ऐसी.......by Akshay"fanaa"

HMH Akshay RanJan: उनकी चाहत हो ऐसी......
.by- Akshay"fanaa":  

Unki chahat ho aisi to hum kya krein,  
Chhodna unki chahat to hum kya krein.  
Sanware manaye zindagi ki tarah,
Ruthna unki adat to hum kya karein.

 (1)sambhal na sake mujhse bichhad kar, 
      Aj wo gir gaye to hum kya karein.
      Ruthna unki adat to hum kya karein.

(2)Jannat se nawaza din-rat jise,
     Wo hi narak chahe to hum kya karein.
      Ruthna unki adat to hum kya karein.

(3)Har chaht hamari batati kisi se
    Har aadat chhupaye to hum kya karein
    Ruthna unki adat to hum kya karein.

(4)Malum hai wo bhul nh sakte "fanaa"
     Bhulna unki chaht to hum kya karein
Chhodna unki chahat to hum kya krein.  


Unki chahat ho aisi to hum kya krein,  
Chhodna unki chahat to hum kya krein.
Ruthna unki adat to hum kya karein.

शुक्रवार, 19 जनवरी 2018

ऐसे न करो.......


    🅰🅺🆂🅷🅰🆈 🆁🅰🅽🅹🅰🅽


     ऐसे न करो मेरी जां अभी,

     मैं कभी भी कहीं न मर जाऊंगा। 
हो तमन्ना मेरी दिलकशी दिलनबी, 
तुझको खोकर कहीं न बिखर जाऊंगा। 
मैं कभी भी कहीं न मर जाऊंगा।.......

गुरुवार, 18 जनवरी 2018

Mere masook ke nam.............


  • Laye the dhuan banane ke liye,
  • Dekhte-dekhte hawa ho jati hai.
  • लाये थे धुआं बनाने के लिए 
  • देखते-देखते हवा हो जाती है 
  • .
  • Tum v dosti kr lo hawao se,
  • Afwahe hawa ho hi jati hai.
  • तुम जो दोस्ती कर लो हवाओ से 
  • अफवाहे हवा हो ही जाती है

    Shaukh rakhte hai hawa ban jane ki,
  • jinko malum hai andhiya buniyad mita jati hai.
  • शौख रखते है हवा बन जाने की 
  • जिनको मालूम है आंधियां बुनियाद मिटा जाती है 
  • Jab v jhund kauwo(crow) ki dikhai deti hai,
  • samajh me ata hai sahar me  tabahi kis kis pr aati hai.
  • जब भी झुण्ड कौओ की दिखाई देती है 
  • समझ में आता है तबाही किस-किस पर आती है 

  • Kaun chahta hai paresan ho jindagi apni,
  • jaise mehman aate hai khushiyan sath aati hai.
  • कौन चाहता है परेशान हो जिंदगी अपनी 
  • जैसे मेहमान आते हैं खुशियां साथ आती है 

  • Ji krta hai samundar ki lahron se takra jau,
  • Mere masook ke nam reto pr mita kr laut jati hai
  • जी करता है समुन्दर की लहरों से टकरा जाऊ 
  • मेरे मासूक के नाम रेतो पर मिटा कर लौट जाती है 

बुधवार, 17 जनवरी 2018

आँख के आँसू नहीं ये.........

आँख के आँसू  नहीं ये,
क्या बताऊ दोस्तों। 
हर बूंद में इक दर्द है,
कैसे छुपाऊ दोस्तों। 

उनसे अगर दूर मैं 
जाता  रहा जाता  रहा ,
कुछ तो कमी थी प्यार में 
कैसे निभाउ दोस्तों 

हर हकीकत ख़्वाब अब 
कैसे हुआ कैसे हुआ 
दीये-दिल ही बुझ गए 
कैसे जलाऊ दोस्तों 

बिछड़ के तुमसे पता लगा 
रंगते इश्क़ चीज क्या 
रहमत खुदा का न हुआ 
कैसे मनाऊ दोस्तों 

तौहीन न हो इश्क़ की 
तबाही मिले मिट जाने दो 
हौशले मिट जाने को है 
कैसे बचाऊ दोस्तों।

हर बून्द में इक दर्द है 
कैसे छुपाऊ दोस्तों,
आँख के आँसू नहीं ये 
क्या बताऊ दोस्तों। ......fanaa's Remembrance
written and composed
Akshay Ranjan
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मंगलवार, 16 जनवरी 2018

Fanaa's Remembrance(HMH)

शहर ने शाम का  कहर भुला दिया 
अशार-ए-गम ने फिर से रुला दिया
न सोया गया ,न रोया गया
एहसान-ए-एहसास ऐसा करा दिया

रविवार, 14 जनवरी 2018

दस्तूर ही नहीं......

  • Dastur hi nh raha diwana kya rahega
दस्तूर ही नहीं रहा दीवाना क्या रहेगा 
Yad kis-kis ka hai kis-kis ko  kahega

याद किस-किस का है किस-किस को कहेगा 

Is yug me matlab hai kisi ko kisi se
इस युग में मतलब है किसी को किसी से 

Wo bs chah le to bhala hi rahega
वो बस चाह ले तो भला ही रहेगा 

चोरी-चोरी छत पे...........................

चोरी-चोरी छत पे मिले। .... 

चोरी -चोरी छत पे मिले 
ऊपर से हमें चाँद देखा करे 
कोई रिश्ता है उनका चाँद से 
वो आयें तो चाँद आया करे

था अँधेरा बहुत रात को फिर भी यारों
चाँदनी चाँद की आ जाया करे 
कोई रिश्ता है। ......... 

ओढ़ी है  बादल को चादर बनाकर 
जब चाँद को शर्म आया करे 
कोई रिश्ता है......... 

न ज़माने का डर न किसी का "फ़ना" 
जब साथ में चाँद आया  करे 

चोरी -चोरी छत पे मिले ,
ऊपर से हमें चाँद देखा करे
कोई रिश्ता है उनका चाँद से 
वो आये तो चाँद आया करे 
ख्याल :-By-Akshay Ranjan "Fanaa"

Fanaa's Remembrance(HMH) 

बस एक बार

बस एक बार मुझको,मोहलत तो दीजिये, ऐसे कभी बयां न हो, हसरत तो कीजिये। ऐसे कभी बयां न हो, सोहरत तो दीजिये। ****** कब तक कलम उठा के लिखत...

HMH (hear mind and heart)