बुधवार, 17 जनवरी 2018

आँख के आँसू नहीं ये.........

आँख के आँसू  नहीं ये,
क्या बताऊ दोस्तों। 
हर बूंद में इक दर्द है,
कैसे छुपाऊ दोस्तों। 

उनसे अगर दूर मैं 
जाता  रहा जाता  रहा ,
कुछ तो कमी थी प्यार में 
कैसे निभाउ दोस्तों 

हर हकीकत ख़्वाब अब 
कैसे हुआ कैसे हुआ 
दीये-दिल ही बुझ गए 
कैसे जलाऊ दोस्तों 

बिछड़ के तुमसे पता लगा 
रंगते इश्क़ चीज क्या 
रहमत खुदा का न हुआ 
कैसे मनाऊ दोस्तों 

तौहीन न हो इश्क़ की 
तबाही मिले मिट जाने दो 
हौशले मिट जाने को है 
कैसे बचाऊ दोस्तों।

हर बून्द में इक दर्द है 
कैसे छुपाऊ दोस्तों,
आँख के आँसू नहीं ये 
क्या बताऊ दोस्तों। ......fanaa's Remembrance
written and composed
Akshay Ranjan
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