बस एक बार मुझको,मोहलत तो दीजिये,
ऐसे कभी बयां न हो, हसरत तो कीजिये।
ऐसे कभी बयां न हो, सोहरत तो दीजिये।
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कब तक कलम उठा के लिखता रहूँगा मैं,******
कुछ ऐसे वारदात का कुर्बत तो कीजिये।
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जाती, धरम या मजहब सबसे बड़ा है क्या,
इंसानियत समझने की जुर्रत तो कीजिये।
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पत्थर खुदा हो गए आदमी की बात क्या
औरऔरों की जरा खिदमत तो कीजिये
औरऔरों की जरा खिदमत तो कीजिये
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बिक जाते हैं सब यहाँ मान लीजिये हुजूर,
बस एक बार सोचके कीमत तो दीजिये ।
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TO WRITE SENTENCES..... WORDS ARE
तोहमत,सोहबत,रहमत,बरकत,हरकत,ज़ुल्मत,
कीमत,हिम्मत,मेहनत ,
कीमत,हिम्मत,मेहनत ,
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