चोरी-चोरी छत पे मिले। ....
चोरी -चोरी छत पे मिले
ऊपर से हमें चाँद देखा करे
कोई रिश्ता है उनका चाँद से
वो आयें तो चाँद आया करे
था अँधेरा बहुत रात को फिर भी यारों
चाँदनी चाँद की आ जाया करे
कोई रिश्ता है। .........
ओढ़ी है बादल को चादर बनाकर
जब चाँद को शर्म आया करे
कोई रिश्ता है.........
न ज़माने का डर न किसी का "फ़ना"
जब साथ में चाँद आया करे
चोरी -चोरी छत पे मिले ,
ऊपर से हमें चाँद देखा करे
ख्याल :-By-Akshay Ranjan "Fanaa"ऊपर से हमें चाँद देखा करे
कोई रिश्ता है उनका चाँद से
वो आये तो चाँद आया करे
Dastur hi nh raha diwana kya rahega
जवाब देंहटाएंYad kiska hai kis kis ko ye kahega
Kya matlab hai kisi ko kisi se
Wo chahe to bs bhala hi rahega