HmH byFanaa Akshay RanJan मुखड़ा➤तुम जो मिले हो इस क़दर, सांसो में बस गए हो तुम। |
जब भी किया ख्याल तो,
खुशबू सी बिखर गए हो तुम।
(१ )पैगामे -वफ़ा न कीजिये
करते हैं सब ही प्यार में,
बनकर किताबे-ज़िन्दगी
पन्नो में खुल गए हो तुम
जब भी किया ख्याल तो,
खुशबू सी बिखर गए हो तुम।
(२ )जिस्मो अदा न कीजिये
बिकते है जो बाजार में
बनकर एहसान-ए-मुस्तक़िल
होठों पे बस गए हो तुम
जब भी किया ख्याल तो,
खुशबू सी बिखर गए हो तुम।
(३ )नाज़ो-नअम न कीजिये
खुल्दे-मोहब्बत परवाज़ में
बनकर क़लाम-ए-आशिक़ी
ग़ज़लों में बस गए हो तुम
जब भी किया ख्याल तो,
खुशबू सी बिखर गए हो तुम।
तुम जो मिले हो इस क़दर,
सांसो में बस गए हो तुम।
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