रविवार, 28 जनवरी 2018

तुम जो मिले हो..................

HmH  byFanaa Akshay RanJan
मुखड़ा➤तुम जो मिले हो इस क़दर, 
सांसो में बस गए हो तुम। 
जब भी किया ख्याल तो,
खुशबू सी बिखर गए हो तुम। 

(१ )पैगामे -वफ़ा न कीजिये 
करते हैं सब ही प्यार में,
बनकर किताबे-ज़िन्दगी 
पन्नो में खुल गए हो तुम 

जब भी किया ख्याल तो,
खुशबू सी बिखर गए हो तुम। 

(२ )जिस्मो अदा न कीजिये 
बिकते है जो बाजार में 
बनकर एहसान-ए-मुस्तक़िल 
होठों पे बस गए हो तुम 

जब भी किया ख्याल तो,

खुशबू सी बिखर गए हो तुम।


(३ )नाज़ो-नअम न कीजिये 
खुल्दे-मोहब्बत परवाज़ में 
बनकर क़लाम-ए-आशिक़ी 
ग़ज़लों में बस गए हो तुम 


जब भी किया ख्याल तो,
खुशबू सी बिखर गए हो तुम। 
तुम जो मिले हो इस क़दर, 
सांसो में बस गए हो तुम। 

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