शनिवार, 27 जनवरी 2018

तेरी बातें by "fanaa"

तेरी बातें किताबें  होने का अंदाज़ रखता है 
पढ़ना कम ज्यादा रुलाने का अंदाज़ रखता है 

जुवां खामोश,आँखों में आंसू,घुटन और क्या होता 
दिल को कागज़ बनाने का अंदाज़ रखता है 

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बस एक बार

बस एक बार मुझको,मोहलत तो दीजिये, ऐसे कभी बयां न हो, हसरत तो कीजिये। ऐसे कभी बयां न हो, सोहरत तो दीजिये। ****** कब तक कलम उठा के लिखत...

HMH (hear mind and heart)