शनिवार, 27 जनवरी 2018

तेरी बातें by "fanaa"

तेरी बातें किताबें  होने का अंदाज़ रखता है 
पढ़ना कम ज्यादा रुलाने का अंदाज़ रखता है 

जुवां खामोश,आँखों में आंसू,घुटन और क्या होता 
दिल को कागज़ बनाने का अंदाज़ रखता है 

सोमवार, 22 जनवरी 2018

ishq ke bazar me

  • Ishq ke bazaro me aitbar nh bikata,
  • Maznoo  bante ho to Laila dhundh lao...


उनको न चाहूं तो........

उनको न चाहूं तो क्या करु  


Unko na chahun to kya karu,
koi aur chahe bura kyo Lge.....

Duniya ki nazro se chhupa na saku,

Apni nazre milau,bura kyo lge....
उनको न चाहूँ तो क्या करूँ 
कोई और चाहे बुरा क्यों लगे 
दुनियां की नज़रो से छुपा न सकूँ 
अपनी नजरें मिलाऊ ,बुरा क्यों लगे  

बस एक बार

बस एक बार मुझको,मोहलत तो दीजिये, ऐसे कभी बयां न हो, हसरत तो कीजिये। ऐसे कभी बयां न हो, सोहरत तो दीजिये। ****** कब तक कलम उठा के लिखत...

HMH (hear mind and heart)