मंगलवार, 6 मार्च 2018

गुरूर मुझमे भी है ........................

Guroor mujhme v hai, 
Magar jina nh aata.
गुरूर मुझमे भी  है ,
मगर जीना नहीं आता। 

Hashrat hai mar mite,
Jahar pina nh aata
हशरत है मर मिटे ,
जहर पीना नहीं आता। 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

बस एक बार

बस एक बार मुझको,मोहलत तो दीजिये, ऐसे कभी बयां न हो, हसरत तो कीजिये। ऐसे कभी बयां न हो, सोहरत तो दीजिये। ****** कब तक कलम उठा के लिखत...

HMH (hear mind and heart)